रंजिश ही सही दिल को दुखाने के लिए आ,
आ फिर से मुझे छोड़ जाने के लिए आ,
कुछ तो मेरे इश्क़ का रहने दे भरम,
तू भी तो कभी मुझे मनाने के लिए आ।
आ फिर से मुझे छोड़ जाने के लिए आ,
कुछ तो मेरे इश्क़ का रहने दे भरम,
तू भी तो कभी मुझे मनाने के लिए आ।
हसीनों से मिलें नज़रें अट्रैक्शन हो भी सकता है,
चढ़े फीवर मोहब्बत का तो एक्शन हो भी सकता है,
हसीनों को मुसीबत तुम समझ कर दूर ही रहना,
ये अंग्रेजी दवाएं हैं रिएक्शन हो भी सकता है.
चढ़े फीवर मोहब्बत का तो एक्शन हो भी सकता है,
हसीनों को मुसीबत तुम समझ कर दूर ही रहना,
ये अंग्रेजी दवाएं हैं रिएक्शन हो भी सकता है.
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